Instrument Technician Interview Questions and Answer In Hindi, के इस आर्टिकल में इंस्ट्रूमेंट से जुड़े कुछ सवाल है। इंस्ट्रूमेंट तकनीशियन या इंजीनियर के इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले सवाल है। यदि आप इंस्ट्रूमेंट फील्ड से है तो जरुर आपको मदद होगी।
Instrument Technician Interview Questions and Answer in Hindi
Q-1 – प्रोसेस में कोनसे पैरामीटर वेरिएबल होते है ?
Answer – प्रोसेस में वेरिएबल पैरामीटर है।
1 – प्रेशर
2 – फ्लो
3 – तापमान
4 – क़्वालिटी
5 – लेवल
Q-2 – फ्लो मेजरमेंट के लिए कोनसे उपकरण का इस्तेमाल होता है?
Answer- फ्लो मेजरमेंट के लिये
1 – वेन्चुरी ट्यूब
2 – ऑरिफिस प्लेट
3 – पायलट ट्यूब
4 – ऐंनुबार
5 -फ्लो नोज़ल
Q-3 -ऑरिफिस प्लेट के प्रकार कोनसे है ?
Answer- ऑरिफिस प्लेट के मुख्य चार प्रकार है
1 – सेगमेंटल
2 – कॉन्सेंट्रिक
3 – क़्वाड्रेंट एज
4 – एक्सेंट्रिक
Q-4 – पाइप लाइन में ऑरिफिस प्लेट लगा है ये कैसे पता लगेगा ?
Answer-
एक ऑरिफिस टैब होता है,जो ऑरिफिस प्लेट के साथ वेल्ड होता है। जिसके कारण आउटर मोटा हो जाता है। और यही से हमें इंडिकेशन मिलता है की लाइन में ऑरिफिस लगा है।
Q-5 – ऑरिफिस टैब क्यू लगायी जाती है ?
Answer- ऑरिफिस टेब लगाने का कारण
1 – लाइन में ऑरिफिस टैब की इंडिकेशन हमें मिल जाती है।
2 – इसके ऊपर डायामीटर का मार्किंग होता है।
3 – ऑरिफिस में उसका मटीरियल भी लिखा हुआ होता है।
4 – उसके ऊपर ऑरिफिस का टैग नंबर मेंशन होता है।
5 – उसपे ऑरिफिस का इनलेट का मार्किंग भी होता है।
Q-6 – ऑरिफिस में H.P (इनलेट) साइड कैसे पता चलता है ?
Answer– ऑरिफिस में H.P (इनलेट) साइड की मार्किंग रहती है। जहासे हमें इनलेट साइड का पता चल जाता है।
Q-7 -D.P ट्रांसमीटर को कैसे कैलिब्रेट करते है ?
Answer- ट्रांसमीटर कैलिब्रेशन स्टेप निचे मुजब होते है
1 – सबसे पहले ट्रांसमीटर का जीरो एडजस्ट करेंगे।
2 – स्टैटिक प्रेशर टेस्ट करेंगे – जिसमे ट्रांसमीटर को दोनों साइड से समान प्रेसर दिया जाता है। प्रेसर देने के बाद हमें DP पे जीरो मिलना चाहिए।
3 – वैक्यूम टेस्ट करेंगे – दोनों तरफ से एक समान वैक्यूम दिया जाता है। उस वक्त भी DP पे जीरो मिलना चाहिए।
4 – हाई साइड पे प्रेशर देंके इसका स्पाम एडजस्ट किया जाता है।
5 – जरुरत पड़ने पर फिरसे जीरो एडजेस्ट कर सकते है।
Q-8 – ट्रांसमीटर में फ्लो ज्यादा है की नहीं वो कैसे चेक करेंगे ?
Answer-
1 – ट्रांसमीटर को फ्लस करेंगे। इसमें HP,LP इम्पुल्स लाइन को फ्लस करेंगे।
2 – इक़्विलिज़शन वाल्व को खोलके जीरो एडजस्ट करेंगे।
3 – LP साइड की लाइन जाम चेक करेंगे। और उसे क्लीन करेंगे।
4 – उसमे लीकेज चेक करेंगे।
5 – कैलिब्रेशन करेंगे।
Q-9 – D.P ट्रांसमीटर पे जीरो कैसे चेक करेंगे?
Answer – ट्रांसमीटर में जीरो चेक करने के लिए HP और LP दोनों मे से कोई एक वाल्व को बंध कर देंगे। और इक़्विलिज़शन वाल्व ओपन कर देंगे। जिससे दोनों तरफ समान प्रेशर रहेगा और हमें ट्रांसमीटर जीरो दिखाने लगेगा।
Q-10 – प्रेशर किसे कहते है ?
Answer- यूनिट के रुप में किसी सरफेस एरिया पे प्रेशर देना (P=F/A) इसको प्रेशर कहते है।
Q-11 – प्रेशर के प्रकार बताईये ? Types of Pressure ?
Answer– प्रेशर के मुख्य तीन प्रकार है
1 – एटमोस्फेरिक प्रेशर
2 – गेज प्रेशर
3 – अब्सल्यूट प्रेशर
Q-12 – अब्सल्यूट प्रेशर क्या है ?
Answer – किसी भी सिस्टम में जो मौजूदा प्रेशर होता है,उसे ही अब्सल्यूट प्रेशर कहा जाता है। इसे निचे के फॉर्मूला से भी समज सकते है।
अब्सल्यूट प्रेशर = गेज प्रेशर + एटमोस्फेरिक प्रेशर
Instrument Engineer Interview Questions
Q-13 – एटमोस्फेरिक प्रेशर किसे कहते है ?
Answer- वातावरण के दबाव की बजह से जो प्रेशर लगता है,उसे एटमोस्फेरिक प्रेशर कहते है। उचाई वाले स्थानों पे हवा का दबाव कम रहता है, इसीलिए वहा एटमोस्फेरिक प्रेशर भी कम होता है। आमतौर पे ये 1KG/CM2 होता है।
Q-14 – गेज प्रेशर क्या होता है ?
Answer-एटमोस्फेरिक प्रेशर के ऊपर जितना भी प्रेशर हम गेज में देखते है,उसे गेज प्रेशर कहते है। एटमोस्फेरिक प्रेशर नोर्मली 1KG/CM2 होता है।
Q15 – वैक्यूम प्रेशर किसे कहते है ?
Answer- जहा पे भी एटमोस्फेरिक प्रेशर से कम प्रेशर है,उसे वैक्यूम प्रेशर कहा जायेगा।
Q-16 – प्रेशर मेजर करने के लिए कोनसे उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है।
Answer- प्रेशर मेजर करने के लिए निचे दिए गए उपकरण का उपयोग होता है।
1 – डायाफ्राम
2 – बोर्डन ट्यूब
3 – बेल्लो
4 – कैप्सूल
5 – प्रेशर स्प्रिंग
Q-17 – प्रेशर गेज कोनसे सिद्धांत पे काम करता है।
Answer- प्रेशर गेज “हुक लो” के सिद्धांत पे काम करता है। इलास्टिक पे आने वाले स्ट्रेस को नापने की क्रिया हुक ऑफ़ लो कहा जाता है।
Q-18 – प्रेशर गेज के भाग बताईये। Parts of PG
Answer-
1 – C’ टाइप बर्डन ट्यूब
2 – सेक्टर गियर
3 – कनेक्टिंग लिंक
4 – पिनियन गियर
5 – पॉइंटर
6 – हेयर स्प्रिंग
7 – डायल
PLC – पोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोल
इंटरव्यू में जाने से पहले इसे एक बार जरुर पढ़े –
SMPS का कार्य सिद्धांत एवम प्रकार
Q-19 – तापमान मेजर करने की अलग-अलग पद्धति के बारेमे बताईये?
Answer- तापमान नापने की मुख्य दो पद्धति है।
1 – मैकेनिकल पद्धति
2 – इलेक्ट्रिकल पद्धति
- मैकेनिकल पद्धति में तापमान नापने के तरीके
1 – ग्लास थर्मामीटर में मर्क्युरी रख के तापमान नापी जा सकती है।
2 – बाइमेटालिक थर्मामीटर से तापमान नाप सकते है।
3 – प्रेशर स्प्रिंग थर्मामीटर
- इलेक्ट्रिकल पद्धति से तापमान नाप के तरीके
1 – थर्मोकपल से तापमान चेक कर सकते है।
2 – RTD – रेजिस्टेंस टेम्प्रेचर डिटेक्टर से तापमान नाप सकते है।
Q-20 – PT-100 और PT-1000 का अर्थ क्या है ?
Answer -PT -100 में PT का मतलब है प्लैटिनम,और 100 का मतलब है 100 ओम पे 00 C तापमान आएगा।
वैसे ही PT -1000 में भी PT का मतलब प्लैटिनम है,और 1000 का मतलब है 1000 ओम पे 00 C तापमान आएगा।
Q-21 – थर्मोवेल क्यों लगाया जाता है ?
Answer – फैक्टरी में बहुत सारी ऐसी एप्लीकेशन होती है, जहा हम डायरेक्ट टेम्प्रेचर सेंसर को कांटेक्ट में नहीं ला सकते। ऐसे जगह का तापमान नाप ने के लिए थर्मोवेल का इस्तेमाल करते है। साथ में सेंसर पे कोई केमिकल का असर ना हो,करोज़ोन ना हो इसीलिए भी थर्मोवेल पसंद किया जाता है। थर्मोवेल लगाने से ऑपरेशन के दौरान सेंसर को फिजिकल डैमेज होने से बचाया जा सकता है।
PLC – पोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोल
डायोड के प्रकार कार्य एवं उपयोग
Q-22 – थर्मोवेल के लिए कोनसे मटेरियल का यूज़ करते है ?
Answer- थर्मोवेल के लिए मुख्या चार मटेरियल इस्तेमाल होता है।
1 – एलाय स्टील
2 – स्टेनलेस स्टील
3 – इनकोनेल
4 – मोनेल
Q-23 – लो टेम्प्रेचर मेजर करने के लिए किसका इस्तेमाल होता है ?
Answer- लो टेम्प्रेचर को नाप ने के लिए RTD (रेसिस्टैंस टेम्प्रेचर डिटेक्टर)का उपयोग किया जाता है।
Q-24 – स्किन टेम्प्रेचर थर्मोकपल का मतलब क्या होता है ?
Answer – डायरेक्ट मटेरियल के साथ टच रहता है। इसमें किसी भी प्रकार का थर्मोवेल का इस्तेमाल नहीं होता इसीलिए इसे स्किन थर्मोकपल कहते है। इसका उपयोग हीटर,फरनेस एवं फ्यूल गैस का तापमान नाप ने के लिए किया जाता है।
Q-25 – थर्मोकपल और ट्व वायर RTD में क्या डिफरेंस होता है ?
Answer-
1 – टु वायर RTD में वायर का कलर रेड और वाइट होता है। जबकि थर्मोकपल का वायर उसके टाइप के आधार होता है।
2 -थर्मोकपल में प्लस और माइनस का सिग्नल होता है। RTD में इस प्रकार का कोई सिग्नल नहीं होता।
3 -थर्मोकपल में जैसे तापमान बढ़ेगा वैसे मिली वाल्ट बढ़ता है। RTD में तापमान बढ़ता है वैसे रेजिस्टेंस बढ़ता है। याने वाल्ट और रेजिस्टेंस के आधार पे भी हम RTD और थर्मोकपल का पता लगा सकते है।
Q-26 – इंस्ट्रूमेंटेशन में एक्टिव और पैसिव कॉम्पोनेन्ट क्या होते है ?
Answer- जिस उपकरण को ऑपरेशन के लिए बहार के किसी स्तोत्र की जरुरत होती है। उसे एक्टिव कॉम्पोनेन्ट कहते है।
उदहारण – ट्रांसमीटर,कंट्रोल वाल्व,PID कंट्रोलर और इंडिकेटर जैसे उपकरण को एक्टिव कॉम्पोनेन्ट कहते है।
जिस उपकरण का ऑपरेशन लिए बहार के किसी स्तोत्र की जरुरत नहीं होती, उसे पैसिव कॉम्पोनेन्ट कहते है।
उदहारण – RTD (रेजिस्टेंस टेम्प्रेचर डिटेक्टर)प्रेशर गेज,टेम्प्रेचर गेज,थर्मोकपल जैसे उपकरणों को बहार के किसी स्तोत्र की जरुरत नहीं है।
Q-27 – न्युमेटिक कन्ट्रोल वाल्व के प्रकार कोनसे है ?
Answer – न्युमेटिक कन्ट्रोल वाल्व के प्रकार निचे दिये गए है।
1 – ग्लोब वाल्व
2 – बटर फ्लाई वाल्व
3 – बॉल वाल्व(A)ऑन ऑफ वाल्व (B)कंटिन्यू ओपन वाल्व
4 – एयर to ओपन वाल्व
5 – एयर to क्लोज वाल्व
Q-28 – फील्ड से टेम्प्रेचर का सिग्नल PLC ,DCS और कंट्रोलर को कैसे दिया जाता है ?
Answer–
टेम्प्रेचर का सिग्नल RTD और थर्मोकपल दोनो से मिलते है। इसे दो तरह से ट्रांसफर किया जाता है।
1 – Direct – इसमें RTD और थर्मोकपल के वायर सीधा PLC,DCS एवं कंट्रोलर से कनेक्ट किया जाता है।
2 – टेम्प्रेचर ट्रांसमीटर का उपयोग करके – टेम्प्रेचर ट्रांसमीटर पहले RTD और थर्मोकपल के सिग्नल को 4 to 20 MA में कनवर्ट करता है। इस सिग्नल को PLC, DCS और कंट्रोलर को भेज देता है।
6 Comments
Instrument technician kise kahte hain
Technician jo technical kam karte hai. Electronic Upkaran ka jo kam karte hai ise instrument technician kehte hai.
बहुत ही अच्छे से संजय गया हैं यहाँ पर धन्यवाद
Thankyou Very Much