दोस्तों जीव विज्ञान में कोशिका के बारे में आपने पढ़ा होगा। यह बेहद ही महत्वपूर्ण इकाई होती है। इसका सीधा कारण है कि, कोशिका का मानव शरीर में बेहद अहम कार्य होना है। बताते चले कि, मुख्य रूप से कोशिका दो प्रकार की होती है। पादप कोशिका और जंतु कोशिका। क्या आपकों पूर्व से पता था कि, पादप कोशिका और जंतु कोशिका में क्या अंतर होता है, यदि आपकों इस विषय से संबंधित शिशु ज्ञान है तो चिंता की कोई बात नहीं, पाेस्ट के जरिए हम आज महत्वपूर्ण विषय के बारे में ही चर्चा करेंगे। तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि पादप कोशिका और जंतु कोशिका के बीच अंतर बताने वाले हैं, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं।
पादप कोशिका और जंतु कोशिका के बीच अंतर बताइए
दोस्तों माध्यमिक शिक्षा के 9वीं क्लास में कोशिका की सरंचना के बारे में विस्तार पूर्वक पढ़ाया जाता है, परेशानी तब खड़ी होती है। जब स्कूल कॉलेज खत्म होने के बाद यहीं प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है। कॉलेज का लंबा समय बीत जाने के बाद बमुश्किल कुछ ही विद्यार्थियों को इन प्रश्नों के सही जवाब याद होते हैं, ऐसे में हम आपकी मदद के लिए पादप और जंतु कोशिका विषय को लेकर आएं है। आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि पादप कोशिका और जंतु कोशिका के बीच निम्न अंतर पाए जाते हैं:-
1. पादप कोशिका आकार में जंतु कोशिका से बहुत बड़ी होती है, वहीं जंतु कोशिका पादप कोशिका से आकार में छोटी होती है।
2. पादप कोशिका में कोशिका भित्ति मौजूद होती है, दूसरी ओर जंतु कोशिका में भित्ति उपस्थित नहीं होती है।
3. पादप कोशिका में लवक मौजूद होता है, वहीं जंतु कोशिका के लवक मौजूद नहीं होता हैं। हालांकि यूग्लीना ही एक ऐसा जंतु है, जिसकी कोशिका के अंतर्गत लगभग उपस्थित होते हैं, और यह एक अपवाद है, और इसके बारे में कई प्रतियोगी परीक्षाओं के अंतर्गत प्रश्न पूछ लिया जाता है, तो आपको इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
4. पादप कोशिका का आकार आयताकार होता है, ठीक इसके विपरीत जंतु कोशिका का आकार वार्ताकार होता है।
5. पादप कोशिका में तरकाय तथा सेंट्रियल्स मौजूद नहीं रहते हैं जबकि जंतु कोशिका के भीतर तरकाय तथा सेंट्रियल्स मौजूद रहते हैं।
पादप कोशिकाएं | जंतु कोशिकाएं |
इसमें कोशिका भित्ति पाई जाती है. | इसमें कोशिका भित्ति अनुपस्थित है |
इसमें लवक पाई जाती है | इसमें लवक अनुपस्थित होती है |
तारक काय अनुपस्थित रहता है | तारक काय उपस्थित रहता है |
रिक्तिका बड़ी होती है. | रिकित्का छोटी होती है. |
इसमें आकर लगभग आयताकार होता है. | इसका आकर लगभग वृताकार होता है. |
इसका आकार लगभग एक आयताकार होता है. | इसका आकार लगभग वृत्ताकार होता है |
तो दोस्तों पादप कोशिका तथा जंतु कोशिका के बीच मुख्य रूप से यही अंतर पाए जाते हैं। हमारे द्वारा पोस्ट के जरिए आपकों प्रमुख बिंदु दर्शाए दिए गए हैं।आप चाहे तो इन प्वाइंटों को अपनी आंसर शीट के अंतर्गत अलग-अलग भी लिख सकते हैं।
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FAQ
जंतु तथा पादप में क्या अंतर है?
पादप कोशिका सामान्य तौर पर आकार में बड़ी होती है, दूसरी ओर जंतु कोशिका तुलनात्मक रूप से छोटी होती है। पादप कोशिकाओं में एक कठोर कोशिकीय दीवार होती है, जंतु कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती, केवल एक पतली प्लाज्मा झिल्ली होती है। पादप कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट होते हैं, जंतु कोशिकाओं में नहीं।
जंतु कोशिका किसकी बनी होती है?
जंतु कोशिका में कोशिका भित्ति नहीं पाई जाती है, इसलिए कोशिका झिल्ली सबसे बाहरी आवरण है। कोशिका झिल्ली और नाभिक के बीच के भाग को साइटोप्लाज्म कहा जाता है, इसमें विभिन्न अंग होते हैं। केंद्रक एक गोल और सघन संरचना है जो कोशिका के अंदर पाई जाती है। केंद्रक को कोशिका का ‘मस्तिष्क’ कहा जाता है।
जंतु कोशिका कहाँ स्थित है?
पशु कोशिकाएँ यूकेरियोटिक कोशिकाएँ या कोशिकाएँ होती हैं जिनमें झिल्ली से बंधे नाभिक होते हैं। प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं के विपरीत, पशु कोशिकाओं में डीएनए नाभिक के भीतर स्थित होता है।