मानव ह्रदय का परिचय हृदय के कार्य, संरचना और कोष्टक | Manav Hriday In Hindi
हृदय इंसान के शरीर का सबसे अहम अंदरूनी अंग होता है। ह्दय की गति हमारा जीवन निर्धारित करती है। यदि इसकी गति रूकि या धीरे हुई तो हम मौत की नींद सो जाते हैं। जो भी विद्यार्थी बायो साइंस विषय में रुचि रखते हैं, उन्हें मानव ह्दय की संरचना के बारे में जानकारी अवश्य होना चाहिए। क्या आपकों मानव हृदय की संरचना एवं कार्य के बारे में जानकारी है।
यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
पोस्ट के जरिए हम आपकों बताएंगे कि, मानव हृदय की संरचना एवं कार्य के बारे में विस्तार पूर्वक करीब-करीब सभी जानकारी आपके साथ साझा करेंगे।यदि आप Manav Hriday In Hindi के बारे में जानना चाहते हैं, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
मानव ह्रदय का परिचय | Manav Hriday In Hindi
जैसा कि हम माध्यमिक कक्षाओं से पढ़ते आए हैं कि, हमारा शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग ह्रदय होता है। मानव का ह्रदय करीब-करीब बंद मुट्ठी की भांती दिखाई देता है। मानव ह्रदय एक व्यक्ति के पूरे जीवन काल असंख्य बार धड़कता है। मानव ह्रदय मानव के शरीर को सबसे मजबूत और सबसे कठिन काम करने वाली मांसपेशियों में से एक है। मानव ह्रदय वक्ष गुआ में फेफड़ों के बीच बाई और स्थित होता है। मानव ह्रदय में चार कोष्टक पाए जाते हैं बाया अलिंद, बाया नीलय, दाया आलिंद, दाया नीलय आदि तथा इनके बीच में एक इंच के बीच में एक मध्य पटट्टीका पाई जाती है।
मानव हृदय का कार्य | Manav Hriday Ke Kary
मानव ह्रदय का कार्य रक्त के प्रवाह को निरंतर बनाए रखने का है। यह ऑप्शन की भरपाई करता है। और कोशिकाओं और ऊतकों के बीच पोषक तत्व को प्रसारित करता है।
- मानव ह्रदय का कार्य पूरे शरीर में रक्त पंप करना है।
- मानव ह्रदय शरीर के विभिन्न अंगों में हार्मोन, ग्लूकोस तथा अन्य घटकों को पहुंचाता है।
- मानव ह्रदय शरीर में पर्याप्त रक्त चाप बनाए रखता है।
- डीजे शरीर के सभी इस शो को उद्य्व महाशिरा तथा निम्न महाशीरा के द्वारा अशुद्ध खून को दाएं एट्रियम में इकट्ठा करता है।
हृदय की संरचना
मानव ह्रदय गुलाबी रंग का शंक्वाकार अंदर से खोकला मांसल अंग होता है। यह मानव शरी के वक्त भाग में फेफड़ों के बीच बाई और मौजूद होता है। यह रुधिर भाई निया रक्त को पूरे शरीर में संचार के लिए पहुंचाता है। सामान्य मनुष्य के शरीर में लगभग 5 से 6 लीटर रक्त की मात्रा होती है। परिसंचरण तंत्र में मुख्य रूप से ह्रदय में ध्वनि वह शीरा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ह्रदय में चार कोष्टक पाए जाते हैं?
- दाया आलिंद
- दाया नीलय
- बाया आलिंद
- बाया नीलय
1. दाया आलिंद
ह्रदय के इस भाग में पूरे शरीर का ऑक्सीजन रहित अशुद्ध रक्त पहुंचकर एकत्र होता है। उधृव महाशीरा उधर महाशीरा शरीर के ऊपरी हिस्से तथा निम्न महाशीरा निचले हिस्से से अशुद्ध रक्त को दाये आलिंद तक पहुंचाने का कार्य करती है। जिससे शरीर ठीक प्रकार से कार्य कर पाता है।
2. दयानी निलय
मानव ह्रदय का दूसरा कक्ष दाया नीलय होता है। दाएं नीले में अशुद्ध रक्त पहुंचने के बाद यह एट्रिया वेंट्रीकल किधर से होते हुए दाएं वेंट्रीकल में आता है। और अदाएं वेंट्रीकल में फुफ्फुसीय धमनियों के द्वारा फेफड़ों में शुद्ध होने के लिए चला जाता है। यह प्रक्रिया पूरे जीवन काल में असंख्य बार चलती है।
3. बाया आलिंद
बाया आलिंद ह्रदय के बाये भाग का ऊपरी कक्ष होता है। बाया आलिंद आकार में एंट्रीएम से थोड़ा छोटा होता है। इस बाये आलिंद में 4 फुफ्फुसीय शिराएं खुलकर शुद्र को बाय एंट्रीयम तक ले जाने का कार्य करती है।
4. बाया नीलय
मानव ह्रदय में बाया नीलय चौथा कक्ष होता है। यह सबसे निचला भाग होता है। और बाया नीलय आकार में सबसे बड़ा होता है। बाय नीलय में महाधमनी नामक एक छिद्र होता है जिससे महाधमनी निकलकर शरीर के विभिन्न भागों में रक्त की पूर्ति का कार्य करती है।
FAQ
मानव हृदय के कार्य क्या है?
औसत मानव हृदय एक मिनट में 72 बार धड़कता है, जो (लगभग 66 वर्ष) जीवनकाल में 2.5 अरब बार धड़कता है। मानव हृदय 1 मिनट में 70 मिलीलीटर रक्त, एक दिन में 7600 लीटर (2000 गैलन) और अपने जीवनकाल में 200 मिलियन लीटर रक्त पंप करता है।
मनुष्य के हृदय में कितने भाग होते हैं?
इस अंग को दो भागों में बांटा गया है, दायां और बायां। हृदय के प्रत्येक तरफ दाएं और बाएं दो कक्ष (एट्रियम और वेंट्रिकल नामित) होते हैं। हृदय में कुल मिलाकर चार कक्ष होते हैं।
हृदय का आधार कहां है?
हृदय का आधार तीसरे कोस्टल कार्टिलेज के स्तर पर स्थित होता है, जैसा कि चित्र 16.1 में देखा गया है। 1. हृदय का निचला सिरा, शीर्ष, कॉस्टल कार्टिलेज के साथ उनके जोड़ के पास चौथी और पांचवीं पसलियों के जंक्शन के बीच उरोस्थि के ठीक बाईं ओर स्थित होता है।
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