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Generator interview questions in Hindi

Generator Interview Questions

Generator Interview Questions के इस आर्टिकल में जनरेटर के सम्बंधित इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों का विस्तृत में वर्णन किया गया हे। आशा हे ये आपके लिए मददगार होगा।

 

Generator interview questions in Hindi

Questions – जनरेटर क्या है?

Answer –  जेनरेटर एक ऐसी मशीन है जो मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में परिवर्तित करती है।

 

Question – जेनरेटर किस सिद्धांत पर काम करता है?

Answer – जनरेटर फैराडे का इलेक्ट्रो मेग्नेटिक इंडक्शन के नियम के आधार पे काम करता हे।

 

Question- फैराडे का इलेक्ट्रो मेग्नेटिक इंडक्शन का नियम क्या है ?

Answer – जब कोई रोटेटिंग मैग्नेटिक फील्ड किसी तार से कटती हे। या तो कोई तार मैग्नेटिक फ्लक्स को काटता हे तब उसमे EMF – Electro Motive Force उत्पन्न होता हे।

 

Question- AC जेनरेटर और DC जेनरेटर के बीच मुख्य अंतर क्या है ?

Answer- AC जनरेटर में मेग्नेटिक फील्ड रोटेटिंग होती हे। और आर्मेचरे स्थिर होता हे। जब की DC जनरेटर में मैग्नेटिक फील्ड स्थिर होती हे और आर्मेचरे घूमता हे।

 

Question- AC जनरेटर में स्थिर आर्मेचरे और रोटेटिंग फील्ड का क्या फायदा हे ?

Answer-

  • स्थिर आर्मेचर से आउट पूत सप्लाई लेना आसान होता हे।
  • आर्मेचरे वाइंडिंग हाई वोल्टेज के आउटपूत के लिए होती हे। इसे इंसुलेशन करना आसान होता हे।
  • लॉ वोल्टेज एक्साइटेशन सप्लाई आसानीसे स्लिपरिंग के जरिए रोटर तक पोहचाया जाता हे।

 

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Question-  जेनरेटर का शॉर्ट सर्किट रेशियो (SCR) क्या है?

 Answer – यह शॉर्ट सर्किट पर रेटेड करंट को सर्कुलेट करने के लिए आवश्यक हे। और  फ़ील्ड को ओपन सर्किट पर रेटेड वोल्टेज का उत्पादन करने के लिए आवश्यक फ़ील्ड करंट का रेशियो है। जिसे जनरेटर का शार्ट सर्किट राशियों कहा जाता हे।

 

Question- AC  जनरेटर में फ्रीक्वेंसी, पोल और स्पीड का सम्बन्ध क्या हे ?

Answer – जनरेटर में फ्रीक्वेंसी पोल और स्पीड एक दूसरे से जुड़े हुआ हे।

फार्मूला के हिसाब से से

F = P N / 120 Hz  जहा

F – फ्रीक्वेंसी

P – पोल

N – स्पीड ( rpm )

120 ये तीनो वाइंडिंग के बिच का एंगल

 

Question – जनरेटर में स्टेटर और रोटर वाइंडिंग के कूलिंग के लिए क्या इस्तेमाल होता हे ?

Answer – जेनेरेटर में स्टेटर वाइंडिंग के कूलिंग के लिए कूलैंट के रूप में डेमिनरलिज़्ड पानी एवम रोटर वाइंडिंग के कूलैंट के रूप में हाइड्रोजन का इस्तेमाल होता हे।

 

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Question -D.G Set चालू करने से पहले क्या चेक किया जाता हे ?

Answer –

1 – फ्यूल लेवल चेक किया जाता हे।

2 – वाटर लेवल चेक किया जाता हे।

3 – आयल लेवल चेक किया जाता हे। लो और हाई के बिच में होना चाहिए।

4 – बैटरी वोल्टेज चेक किया जाता हे।

5 – बैटरी टर्मिनल triteness चेक करना चाहिए।

6 – V बेल्ट  जो रेडिएटर के साथ कनेक्ट हे उसकी स्थिति चेक करनी चाहिए।

7 – कूलैंट का लेवल चेक करना चाहिए।

8 – एयर फ़िल्टर की स्थिति चेक करनी चाहिए।

9 – वाटर separator फ़िल्टर चेक करना चाहिए।

 

Question -D.G Set को स्टार्ट कहासे करते हे ?

Answer – D.G Set के उपर एक इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल पैनल (ECP) रहता हे। जहा से जनरेटर को स्टार्ट किया जाता हे। इसके अतिरिक्त इसमें ऑटो और मैन्युअल दोनों provision होता हे। ऑटो में AMF Panel से ऑपरेट होता हे।

इसमें इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड का सप्लाई के साथ इंटरलॉकिंग होती हे। जैसे इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड का पावर फ़ैल होगा तो ऑटो में जनरेटर को स्टार्टिंग कमांड मिल जायेगा और साथ में ब्रेकर भी क्लोज हो जायेगा।

 

Question – D.G Set में कोनसा fuel इस्तेमाल होता हे ?

Answer – डीजल दो तरह का होता हे। एक LDO (Light Diesel Oil )और दूसरा होता हे। HSD ( High Speed Diesel ) जिसका का इस्तेमाल  D.G Set में किया जाता हे। आमतौर पे जिस इंजन की स्पीड 700 rpm से उपर होती हे उसमे HSD का ही इस्तेमाल होता हे। 

 

Question – जनरेटर में AVR का काम क्या हे ?

Answer – AVR का पूरा नाम Auto Matic Voltage Regulator हे।
ये एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस हे जो जनरेटर के आउटपूत वोल्टेज को कंट्रोल करती हे।
AVR Exciter को पावर provide करता हे।

Exciter का आउटपूत 3 फेज AC सप्लाई रेक्टिफायर यूनिट को मिलता हे।
Rectifier का D.C आउट पूत रोटर को मिलता हे। जो फ्लक्स जनरेट करता हे।
AVR पे वोल्टेज का सेटिंग किया जाता हे जो without लोड और लोड के साथ वोल्टेज को मेन्टेन करता हे।
जनरेटर ओवर लोड हो जाता हे तो Excitation को ट्रिप कर देता हे।

 

Question – जनरेटर में कोनसे लॉस होते हे ?

Answer – जनरेटर में स्टेटर कॉपर लॉस एवम आयरन लॉस, रोटर कॉपर लोस्, windage  लॉस, Stray लोस और Friction (घर्षण) लोस होता हे।

 

Question – D.G Set में turbo Charger का क्या काम हे ?

Answer – turbo Charger जनरेटर का बहुत ही Important पार्ट हे। इसमें टरबाइन व्हील और कम्प्रेसर व्हील होते हे। दो नो एक ही शाफ़्ट पे होते हे।

एक का काम हे वेस्ट गैस को बहार निकल ना, और दूसरे का काम हे इंटेक किट से आने वाली हवा को कम्प्रेस करके एयर इंटेक सिस्टम में लेने का। इसी से इंजन की पावर बढ़ती हे। और engine की efficiency बढ़ जाती हे।

 

Question – Turbo Charger की स्पीड कितनी होती हे ?

Answer – Turbo charger की speed आइडियल कंडीशन में 25 से 30 हजार rpm होती हे। और लोड पे ये speed 1 से 1.5 लाख rpm तक पहोच जाती हे।

 

Question – D.G Set को suddenly क्यों बंध नहीं करना चाहिए ?

Answer – D.G Set जब लोड पे चलता हे तब turbo  चार्जर की स्पीड 1 लाख rpm से भी ज्यादा होती हे। और उसकी बेअरिंग को लुब्रिकेशन इंजिन आयल से ही मिलता हे।

यदि हम इंजिन बंध करते हे तो सीधा असर turbo charger की बेअरिंग पे होगा। ऐसे में बेअरिंग डैमेज होने के चांस बढ़ जाते हे। इसीलिए D.G Set को suddenly बंध नहीं करना चाहिए।

 

Question – DG Set के मेंटेनेंस को कितने और कोनसे स्टेप में वर्गीकृत किया गे हे ?

Answer – D.G Set के मैंटेनैंस को चार स्टेप में वर्गीकृत किया गया हे।

1 – A चेक           

2 – B चेक            

3 – C चेक

4 – D चेक 

Question – D.G Set में PT पंप का मतलब क्या होता हे ?

Answer – D.G Set में PT पंप का मतलब हे प्रेसर टाइमिंग पंप। जिसका काम हे Cylinder में फ्यूल पोहचाने के लिए टाइमिंग के हिसाब से वाल्व ऑपरेट होता हे। इस फ्यूल का प्रेसर Maintain करने का काम  PT पंप करता हे।

 

Question -D.G Set में कोनसा इंजन आयल का इस्तेमाल होता हे ?

Answer –  D.G Set के इंजिन में उपयोग होने वाला आयल मल्टी ग्रेड होता हे। जैसे की 15 w 40, 10 w 20, 25 w 60 इसमें टेम्प्रेचर के साथ विस्कॉसिटी में भी वेरिएशन होता हे। और टेम्प्रेचर को मेन्टेन रखता हे।

 

Question -D.G Set में फायरिंग आर्डर क्या होता हे ?

Answer – इंजन से मैक्सिमम आउट पूत लेने के लिए सिलिंडर में कब पावर स्ट्रोक होना चाहिए,कब कम्प्रेशन स्टॉक होना चाहिए। इसे सेट किया जाता हे जिसे फायरिंग आर्डर कहते हे।

 

Question – D.G Set स्टार्ट नहीं होता हे तो कोनसे कारण हो सकते हे ?

Answer –

1 – बैटरी फ़ैल होना या बैटरी डिस्चार्ज हो जाना। टर्मिनल कनेक्शन loose होना।

2 – लो कूलन्ट लेवल – रेडिएटर में कूलन्ट का लेवल काम हे या कूलन्ट नहीं हे तो ऐसी स्थिति में जनरेटर को स्टार्ट नहीं होता हे।

3 – ख़राब फ्यूल, मिक्सिंग फ्यूल -impure फ्यूल के कारण ठीक से कम्बन्सीव नहीं होता इसीलिए जनरेटर स्टार्ट नहीं होता हे।

4 – इंजिन को जरुरत से कम फ्यूल मिलेगा या जरुरत से ज्यादा फ्यूल मिलेगा तब भी जनरेटर स्टार्ट नहीं होगा।

5 – जनरेटर को स्टार्ट करने वाला स्टार्टर ख़राब हे तो भी जनरेटर स्टार्ट नहीं होगा।

6 – फ्यूल सोलिनोइड ख़राब होना। जिसके पिक अप होने के बाद फ्यूल का सप्लाई इंजिन को मिलता हे।

 

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Question- जनरेटर का A,B,C,D Check में क्या करते हे ?

Answer- जनरेटर के मेंटेनेंस को चार विभागों में डिवाइड किया गया हे। जिसमे Running Hour के हिसाब से मैंटेनैंस किया जाता हे।

A Check – जनरेटर का क्लीनिंग,बैटरी वोल्टेज एंड कंडीशन,आयल लेवल,वाटर लेवल,फ्यूल लेवल,कूलैंट लेवल, V Belt कंडीशन और लीकेज चेक किया जाता हे।

B Check – आमतौर पे 300 Running Hour के बाद या हर 6 महीने के बाद जो पहले होता हे उसके आधार पे जनरेटर का बी’ चेक किया जाता हे। जिसमे आयल रेप्लसेड किया जाता हे। आयल फ़िल्टर, फ्यूल फ़िल्टर, बी पास फ़िल्टर एयर फ़िल्टर एवं वाटर फ़िल्टर को क्लीनिंग किया जाता हे। और यदि कंडीशन थिक नहीं हे तो उसको बदल दिया जाता हे। रेडिएटर को केमिकल से क्लीन करते हे।

C Check – 800 से 1500 Running Hour के बाद C’ चेक किया जाता हे। इस में आयल,सारे फ़िल्टर और सेपरेटर बदल दिया जाता हे। इसमें इलेक्ट्रिकल पावर और कंट्रोल कनेक्शन चेक किया जाता हे। स्मोक में पॉल्यूशन लेवल कितना हे ये चेक किया जाता हे।

D Check – 3000 से 5000 Running Hour के बिच में D’ चेक किया जाता हे। D.G Set को डिस्मेंटल किया जाता हे। सभी भाग की सफाई और लुब्रीकेंट किया जाता हे। टर्बो चार्जर,इंजेक्टर,सिलिंडर,PT पंप ये सबकी सर्विस की जाती हे। सारे फिल्टर्स और आयल बदल दिया जाता हे।
यदि जनरेटर 10000 Running Hour हो गया हे तो पिस्टन बेअरिंग और नोज़ल बदल देना चाहिए। जरुरत लगे तो पिस्टन सिलिंडर बदल देना चाहिए।

 

Question -D.G Set में बैटरी का क्या काम हे ?

Answer – D.G Set के रोटर में excitation सप्लाई देने के लिए स्टार्टिंग में बैटरी सप्लाई का इस्तेमाल होता हे। और जनरेटर को स्टार्ट करने वाले स्टार्टर में में उपयोग किया जाता हे।

 

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